Exploring Ladakh on a Budget: Travel Guide for an Unforgettable

Ladakh

लद्दाख (Ladakh), भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर का एक अदभुत भू-भाग है, जो अपनी शानदार प्राकृतिक सौंदर्य, उच्च पहाड़ियों, बर्फबारी पर्वत शिखरों, और बौद्धिक सांस्कृतिक के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र का तात्कालिक नाम “लेह और कारगिल विभाग” है,  लद्दाख की ऊचाई, स्थानीय बाजारों का चारमीनार, और भौतिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यह एक साहसिक और आकर्षक स्थल है, जो प्रत्येक यात्री को प्रभावित करता है।

लद्दाख की यात्रा आपके जीवन के सबसे यादगार अनुभवों में से एक हो सकती है। यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य, बुद्धिस्ट संस्कृति और स्थानीय भोजन से आप इस सफर का आनंद ले सकते हैं। एक बजट योजना के साथ, आप इस सफर को और भी अधिक मजेदार और सुरक्षित बना सकते हैं।

लद्दाख  का सफर हर किसी के लिए एक अद्वितीय अनुभव होता है, और इसे बजट में योजित करना और भी रोमांटिक बना देता है। यात्रा का आनंद लें और लद्दाख की सुंदरता का लुत्फ उठाएं, बिना बजट के परेशानियों  के। इसलिए इस लेख को अंत तक जरुर पढ़िए।

लद्दाख (Ladakh) कैसे पहुंचे?

Transport

लद्दाख पहुंचने के कई तरीके हैं आप अपने बजट और सुविधा के अनुसार कोई भी मार्ग अपना सकते हैं। यहां नीचे कुछ मुख्य तरीके दिए गए हैं।

हवाई मार्ग : लद्दाख पहुंचने का सबसे तेज और सही तरीका हवाई मार्ग है। लद्दाख के लिए  दिल्ली, चंडीगढ़, श्रीनगर, जम्मू  और अमृतसर से नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं।

सड़क मार्ग : अगर आप अपनी यात्रा को यादगार बनाना चाहते हैं और रास्ते का आनंद लेना चाहते हैं, तो सड़क मार्ग का चयन कर सकते हैं। सड़क मार्ग से आप अपनी व्यक्तिगत गाड़ी या फिर बस से लद्दाख जा सकते हैं। लेह सड़क, यात्रा के लिए मनोहर दृश्यों और आदर्श मौसम के लिए प्रसिद्ध है। लेह को श्रीनगर और मनाली से सड़क मार्ग द्वारा जोड़ा गया है।

रेल मार्ग : वर्तमान में, लद्दाख तक सीधे रेल मार्ग नहीं है, लेकिन आप लद्दाख का आधा रास्ता रेल यात्रा से कर सकते हैं और उसके आगे की यात्रा सड़क मार्ग से कर सकते हैं। लद्दाख का निकटतम रेलवे स्टेशन जम्मू और श्रीनगर हैं।

लद्दाख की यात्रा के लिए आपको आपकी आवश्यकताओं और सुविधाओं के हिसाब से उपयुक्त तरीका चयन करना चाहिए। हवाई मार्ग को सबसे तेज माना जाता है, लेकिन सड़क और रेल मार्ग से यात्रा करके आप रास्ते का आनंद ले सकते हैं ।

आवास : लद्दाख (Ladakh) में कहाँ रुकें ?

Camping

लद्दाख पहुँच कर सबसे पहले आपको अपने रहने का इंतजाम करना होगा। Ladakh में रात्रि रहने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, जो आपकी यात्रा को और भी यादगार बना सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख विकल्प हैं:

होटल और रिसॉर्ट्स : Ladakh में कई होटल और रिज़ॉर्ट्स हैं जो आपको आरामदायक रात्रि रहने की सुविधा प्रदान कर सकते हैं। लेह, हेमिस, पैंगोंग और नगर जैसे स्थानों पर आपको विभिन्न रेंज के होटल और रिज़ॉर्ट्स मिल सकते हैं।

गेस्टहाउस और होमस्टे : स्थानीय गेस्टहाउस और होमस्टे, जिन्हें लोकल्स कहा जाता है। ये अधिक सामाजिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान कर सकते हैं। ये आपको स्थानीय जीवनशैली और भोजन का अद्वितीय अनुभव करने का अवसर देते हैं।

टेंट और कैम्पिंग : Ladakh के कुछ प्रमुख स्थानों पर आपको टेंट और कैम्पिंग सुविधाएं भी मिल सकती हैं। यह एक अद्वितीय अनुभव हो सकता है जब आप प्राकृतिक सौंदर्य के बीच रात बिताते हैं।

धाराप्रद आवास : कुछ स्थानों पर आपको बुद्धिस्ट मोनास्ट्रीज़ या अश्रमों में धाराप्रद आवास का भी विकल्प मिल सकता है। यह आपको स्थानीय संस्कृति के करीब ले जाता है और शांति से भरा माहौल प्रदान करता है।

आपकी आवश्यकताओं, बजट, और पसंदों के आधार पर आप चाहे तो होटल, गेस्टहाउस, टेंट, या आध्यात्मिक स्थलों में रुक सकते हैं। लेकिन ध्यान दें कि ऊचाई के कारण लद्दाख में ठंडे मौसम के कारण रात्रि ठंडी हो सकती है, इसलिए आपको अपनी आवश्यकताओं के अनुसार ध्यानपूर्वक तैयारी करनी चाहिए।

लद्दाख (Ladakh) के प्रमुख स्थल

  • Leh
  • Shey Palace
  • Nubra Valley
  • Khardung La
  • Diskit Monastery
  • Pangong Lake
  • Tso Moriri Lake
  • Hemis Monastery
  • Lamayuru Monastery
  • Zanskar Valley

लद्दाख की इन प्रमुख जगहों को हम अपनी यात्रा के चार दिनों में पूरा करेंगे।

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Day 1 Leh, Shey Palace

Leh

Leh

लेह, जम्मू-कश्मीर राज्य के लद्दाख डिवीजन का मुख्यालय है और एक शानदार पर्यटन स्थल है। यहां की ऊचाई लगभग 3,500 मीटर (11,500 फीट) से ऊपर है, और यह ब्रिटिश शासन के समय से ही महत्वपूर्ण है। लेह अपने प्राकृतिक सौंदर्य, बौद्धिक संस्कृति, और संवेदनशील वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। लेह में कुछ प्रमुख स्थल हैं यहाँ आप घूम सकते हैं।

शान्ति स्तूप (Shanti Stupa) : शान्ति स्तूप, लेह से लगभग 5 किलोमीटर है। यह एक शांति और ध्यान का स्थल है, जिसे 1991 में बनाया गया था। इससे आपको लेह का पूरा शहर और हिमालय की सुंदरता का आनंद प्राप्त होगा।

हॉल ऑफ़ फेम (Hall of Fame) : हॉल ऑफ़ फेम, शान्ति स्तूप से लगभग 7 किलोमीटर दूर है और लेह से लगभग 4 किलोमीटर है। यह एक सैन्य संग्रहालय है, जिसमें देश के वीर जवानों की जीवनी और उनके योगदान को दिखाया जाता है। यहां भारत सरकार द्वारा वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी जाती है।

ठिकसे गोंपा (Thiksey Monastery) : लेह के पास स्थित यह बौद्ध गोंपा एक अद्भुत दृश्य और धार्मिक अनुभव प्रदान करता है।

मैग्नेटिक हिल (Magnetic Hill) : लेह से थोड़ी दूर एक पहाड़ी है जिसे मैग्नेटिक हिल कहा जाता है, जिसमें आपकी गाड़ी अपने आप उस पहाड़ी की ओर खिंची चली जाती है।

लेह एक अलग माहौल और ऐतिहासिक विरासत के साथ-साथ एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल भी है। यहां के लोगों का स्वभाव और स्थानीय सांस्कृतिक विविधता आपकी यात्रा को और भी अद्भुत बना देती है।

Shey Palace

Shey Palace

लेह से थोड़ी दूर, शे पैलेस भी एक दर्शनीय स्थल है। यह पैलेस लेह मनाली नेशनल हाईवे पर स्थित है। लेह से शे पैलेस  लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ पहुँचने के लिए आपको लगभग 20 मिनट का समय लगेगा। यह एक प्राचीन और महत्वपूर्ण स्थल है। शे पैलेस का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। यह पैलेस किसी समय लद्दाख के राजाओं का प्रमुख स्थल हुआ करता था।

बुद्ध मूर्ति (Budha Murti) : शे पैलेस का सबसे प्रमुख आकर्षण एक बड़ी बुद्ध मूर्ति है, जो 1655 में बनाई गई थी।

त्सेमो किला (Tsemo Fort) : शे पैलेस के पास त्सेमो किला भी एक दर्शनीय स्थल है, जिसे त्सेमो गोम्पा भी कहा जाता है। यहाँ से आपको लेह और लेह के आस पास के इलाकों का सुंदर नज़ारा देखने को मिल जायेगा।

शे मठ (Shey Monastery) :  शे पैलेस के पास एक बौद्ध मठ भी है, जिसे शे मोनेस्ट्री के नाम से जाना जाता है। यहाँ के लामा लोग धार्मिक गतिविधियों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।

त्यौहार (Festival) : शे पैलेस में हर वर्ष Gyalpo Losar, Ladakhi Losar, और  Shey Tangnam त्यौहार मनाये जाते हैं। ये त्यौहार स्थानीय संस्कृति और धार्मिक अनुष्ठानो को महत्व देते हैं।

शे पैलेस का वातावरण शांत और प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर है। शे पैलेस एक ऐतिहासिक,धार्मिक और प्राकृतिक दृश्यों को एक साथ पेश करता है। यदि आप लद्दाख की यात्रा का मज़ा लेना चाहते हैं तो अपनी यात्रा में शे पैलेस को जरुर शामिल करें और इसके महत्वपूर्ण इतिहास और विभिन्न दृश्यों का आनंद उठाएं।

शाम को आप वापिस लेह आकर लेह बाज़ार में खरीदारी कर सकते हैं।

लेह बाज़ार (Leh Market) : मेन बाजार, लेह का सबसे व्यस्त और मुख्य बाजार है। जहां आप स्थानीय शिल्पकला उत्पादों को खरीद सकते हैं।

लेह पैलेस (Leh Palace) : लेह पैलेस, लेह से लगभग 2.5 किलोमीटर दूर है। 17वीं सदी में बना यह किला लेह शहर का एक महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल है। इससे आपको शहर और इसके आस-पास के दृश्यों का सुंदर नजारा मिलेगा।

Day 2 Nubra Valley

Nubra Valley

लद्दाख की यात्रा का दूसरा दिन आप नुब्रा घाटी में बिता सकते हैं। नुब्रा घाटी (Nubra Valley), लद्दाख क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, का एक अद्वितीय और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थल है। यह एक पुराने समय की याद को जिन्दा रखने वाला स्थल है। इसके प्राकृतिक सौंदर्य ने इसे लोगों की दृष्टि में ला दिया है।

नुब्रा घाटी एक विशेष भूगोलिक स्थान है जो दुनिया की सबसे ऊची सड़क, खारदूंग ला (Khardung La), के पास स्थित है। इसका स्थान सियाचिन ग्लेशियर के पास है और इसे ‘जुलिय सेराज’ भी कहा जाता है।

खारदुंग ला (Khardug La) : खारदुंग ला दुनिया का सबसे ऊचा सड़क मार्ग  लेह के पास स्थित है। यहां से आपको हिमालय की शान का अनुभव होगा।

दिस्किट और हुंडर (Diskit aur Hunder) : नुब्रा घाटी में दिस्किट और हुंडर गाँव विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। यहां विशाल देवदार वृक्षों के बीच में स्थित हेमिस्फेर मोनास्ट्री (Diskit Monastery) और एक स्थानीय बाजार भी है। हुंडर गाँव में दो हम्प वाले ऊंट (Double-Humped Camel) सफारी का आनंद लेने का अवसर भी मिल जाता है।

सियाचिन बेस कैंप (Siachen Base Camp) : नुब्रा घाटी सीमान्त के करीब है, जहां भारतीय सेना का बेस कैम्प है, जो विश्व का सबसे ऊँचा बेस कैंप है।

तिब्बति बाज़ार (Tibetan Market) : नुब्रा घाटी में एक और रोचक बात यह है कि यहां आप तिब्बती बाजार में शॉपिंग कर सकते हैं और स्थानीय शिल्प और कला का आनंद ले सकते हैं।

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Day 3 Pangong Lake

Pangong Lake

अपनी यात्रा का तीसरा दिन आप पैंगोंग झील (Pangong Lake), के लिए रखें। पैंगोंग झील (Pangong Lake), लद्दाख क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर का एक बहुत ही खुबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ स्थान है। यह एक सलाँग है जिसकी लंबाई लगभग 134 किलोमीटर है और इसका एक हिस्सा भारत-चीन सीमा रेखा के तट पर फैला हुआ। पैंगोंग झील के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य हैं।

स्थिति और ऊंचाई : पैंगोंग झील लद्दाख के उत्तर-पूर्वी हिस्से में स्थित है और इसकी ऊचाई लगभग 4,350 मीटर (14,270 फीट) है।

पानी की रंग : इस झील का पानी अपनी रंगीनी के लिए प्रसिद्ध है। यह अक्सर बिरुआ पैटर्न में हरे-नीले का मिश्रण दिखाता है, जो उसे बेहद खास बनाता है।

सीमा : झील का एक हिस्सा चीन के तट पर है, और यह भारत और चीन के बीच सीमा स्थिति का हिस्सा है। झील के कुछ हिस्से चीन के क़राकोरम प्रांत में फैले हैं।

बॉटमलेस झील : पैंगोंग झील को ‘बॉटमलेस लेक’ कहा जाता है, क्योंकि इसकी कोई निचली सीमा नहीं है और इसके नीचे कोई दलदल नहीं है।

फ़िल्मों में प्रस्तुति : पैंगोंग झील ने बॉलीवुड फिल्मों में अपनी प्रस्तुति भी बनाई है, खासकर आमिर ख़ान की फिल्म ‘3 इडीयट्स के सीनों के माध्यम से।

शैलीक गढ़ : झील के पास स्थित ‘शैलीक’ नामक एक गाँव महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह झील के पश्चिमी किनारे पर स्थित है और यहां एक पुराना गुम्बद और मोनास्ट्री हैं।

मौसम : यहां का मौसम बहुत ठंडा होता है, खासकर सर्दीयों में। इसलिए, यहां की तीर्थ यात्रा का सही समय जून से सितंबर तक है।

पैंगोंग झील एक बहुत ही खुबसूरत स्थल है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और चीन-भारत सीमा के लिए जाना जाता है। यहां के अदभुत दृश्य और शांति आपकी लद्दाख की इस यात्रा को सार्थक बना देगी।

Day 4 Tso Moriri Lake and Hemis Monastery

लद्दाख की यात्रा का चौथा और अंतिम दिन आप Tso Moriri Lake और Hemis Monastery देखने जा सकते हैं।

Tso Moriri Lake

Tso Moriri Lake

त्सो मोरिरी झील (Tso Moriri Lake) लद्दाख क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर, में स्थित है और पैंगोंग झील के बाद यह दूसरी सबसे बड़ा नदी की नहर से बनी झील है। यह एक प्राकृतिक सौंदर्य स्थल है जिसका विस्तार लगभग 120 किलोमीटर वर्ग है और इसकी ऊचाई लगभग 4,522 मीटर (14,836 फीट) है।

त्सो मोरिरी झील के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

झील का पानी : झील का पानी बिरूआ और चाँदी रंग का होता है, जिससे यह दूसरी झीलों से भिन्न होती है।

पक्षी संरक्षण : त्सो मोरिरी झील एक महत्वपूर्ण पक्षी संरक्षण क्षेत्र भी है और यहां आपको अनेक प्रजातियों के पक्षियों को देखने का अवसर मिलता है।

सीमा : झील का एक हिस्सा भारत-चीन सीमा स्थिति का हिस्सा है, और यह चीन के तिब्बत में है।

बुद्ध मोनेस्ट्री : झील के किनारे स्थित शांय गोम्पा (बौद्ध गोंपा) बौद्ध धरोहर को संजीवनी बूटी समझा जाता है।

तिब्बती गाँव : झील के कुछ किनारों पर छोटे तिब्बती गाँव हैं, जहां स्थानीय लोगों का आदिवासी जीवन देखा जा सकता है।

पर्यटन : त्सो मोरिरी झील एक शांत और अप्रत्याशित पर्यटन स्थल है जहां आप शांति और सुंदरता का मेल देख सकते है।

त्सो मोरिरी झील का सौंदर्य, शांति, और पक्षियों की विविधता इसे एक अदभुत और प्रिय प्राकृतिक स्थल बनाती है। यहां का दृश्य सुबह और शाम को अदभुत होता है, और यह यात्रियों को अपने प्राकृतिक सौंदर्य से मोहित करता है।

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Hemis Monastery

Hemis Monastery

हेमिस मोनास्ट्री, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख रीजन में स्थित एक प्रमुख बौद्ध मोनास्ट्री है और यह भारत के सबसे बड़े बौद्धिक उत्सव, हेमिस त्सेचु पूजा का मुख्य स्थल है। यह मोनास्ट्री लद्दाख के इतिहास और संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

हेमिस मोनास्ट्री के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य

स्थिति : हेमिस मोनास्ट्री लद्दाख के शांत और सुंदर पर्यावरण में स्थित है, लगभग 45 किलोमीटर दूरी पर लेह से पश्चिम में।

इतिहास : यह मोनास्ट्री 17वीं सदी में ग्यालवा लदवा के द्वारा स्थापित किया गया था और इसमें भगवान बुद्ध की बड़ी मूर्ति है जो तिब्बती समरूपी आकार में है।

बौद्धिक उत्सव : हेमिस मोनास्ट्री हर साल हेमिस त्सेचु पूजा को आयोजित करता है जो भारत के सबसे बड़े बौद्धिक उत्सवों में से एक है। यह तीन दिनों तक चलने वाला उत्सव है। जिसमें बौद्ध लामा, धार्मिक आचार्य और भगवान बुद्ध की पूजा होती है।

पुस्तकालय : हेमिस मोनास्ट्री में एक पुस्तकालय भी है जो बौद्ध धरोहर और सांस्कृतिक ज्ञान की विशेषज्ञता के लिए मशहूर है।

बौद्ध आरामगाह : मोनास्ट्री के पास एक बौद्ध आरामगाह भी है। जहां लोग ध्यान और आत्म-साक्षात्कार के लिए आते हैं।

गस्टर फेस्टिवल : गस्टर फेस्टिवल भी हेमिस मोनास्ट्री में मनाया जाता है, जो बौद्ध कैलेंडर के अनुसार होता है। यह शांति और समृधि का उत्सव होता है।

हेमिस मोनास्ट्री एक महत्वपूर्ण बौद्धिक स्थल है जो आध्यात्मिकता, संस्कृति, और शांति के लिए एक सांत्वना भरा स्थान प्रदान करता है। यहां आने वाले यात्री इस मोनास्ट्री के शांतिपूर्ण और आध्यात्मिक वातावरण से प्रेरित होते हैं।

लद्दाख (Ladakh) यात्रा के लिए कुछ सुझाव

मौसम की जाँच : लद्दाख का मौसम अत्यंत अनियमित हो सकता है, इसलिए आपको यात्रा के पहले मौसम की जाँच करनी चाहिए।

ऊँचाइयों का ध्यान : यात्रा के दौरान ऊचाइयों को ध्यान में रखें और  समय समय पर आराम करें।

पानी पीना : ऊचाइयों पर रहते हुए पानी की अधिक मात्रा में सेवन करें ताकि शरीर अच्छे से हाइड्रेटेड रहे।

यात्रा की योजना बनाएं : लद्दाख में पहुंचने से पहले यात्रा की अच्छी योजना बनाएं, जिसमें प्रमुख स्थलों को शामिल करें।

यात्रा साधन : यात्रा के लिए सही साधन का चयन करें, जैसे कि जीप, बाइक, या अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से।

आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें : यात्रा के दौरान आपात स्थितियों के लिए तैयार रहें, जैसे कि ठंड, बर्फबारी, और सड़क बंद होने की स्थिति।

Ladakh यात्रा के लिए जरुरी सामग्री

लद्दाख यात्रा के लिए आपको अपने साथ कुछ जरूरी सामान जरुर ले जाना चाहिए। जिससे आपकी यात्रा सुखद और आरामदायक हो सके।

ऊंचाई के अनुकूलित कपड़े : आपको ठंड और बारिश के अनुकूलित कपड़े अपने साथ ले जाने चाहिए।

सुरक्षा सामग्री : हेलमेट, सुरक्षा गोगल्स, और ग्लव्स जैसी सुरक्षा सामग्री को अवश्य साथ रखें।

गर्म कपड़े : सुबह और शाम में ठंड के लिए गर्म कपड़े जैसे स्वेटर, जैकेट और वुलेन कपड़े लेकर जाएं।

यात्रा दस्तावेज : आईडी, होटल बुकिंग्स, और यात्रा विवरण की प्रतियां अपने साथ रखें।

पैसे और एटीएम कार्ड्स : आपके पास पर्याप्त नकदी और एटीएम कार्ड होने चाहिए क्योंकि कुछ स्थानों पर नकदी की जरूरत हो सकती है।

चार्जर और पॉवर बैंक : मोबाइल चार्जर और पावर बैंक लेकर जाएं, क्योंकि यह यात्रा के दौरान आपके डिवाइसों को चार्ज करने में मदद करेगा।

मेडिकल किट : एक छोटी सी मेडिकल किट लेकर जाएं जिसमें बेसिक दवाएं पेनकिलर, उल्टी की दवाई, ओडोमोस आदि शामिल हों।

कैमरा : लद्दाख की यात्रा के यादगार लम्हों को कैद करने के लिए अपने साथ कैमरा अवश्य ले जाएँ।

ट्रैकिंग शूज : यात्रा के दौरान ट्रैकिंग शूज पहनना सुरक्षित और आरामदायक रहता है।

आत्म-सुरक्षा उपकरण : पॉकेट नाइफ, टॉर्च, और स्विस आर्मी नाइफ की तरह कुछ आत्म-सुरक्षा उपकरण भी लेकर जाएं।

लद्दाख यात्रा में ये सामान आपकी सुरक्षा और आराम के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। सुनिश्चित हों कि आप सभी आवश्यक चीजें साथ लेकर जाएं ताकि आपकी यात्रा सुरक्षित और सुखद हो।

लद्दाख यात्रा आपको एक अनूठे प्राकृतिक और शांतिपूर्ण वातावरण का अहसास कराएगी। सुनसान इलाकों, बौद्धिक स्थलों  और प्राकृतिक सौंदर्य से भरी इस यात्रा में आप अपने जीवन की एक यादगार कहानी बना सकते हैं। लेह लद्दाख की अधिक जानकारी के लिए आप लेह लद्दाख टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

लद्दाख की ये यात्रा आपको कैसी लगी ?  हमें कमेंट कर के जरुर बताएं।

धन्यवाद ।

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