Exploring the Serenity of McLeod Ganj: A 5-Day Retreat in the Lap of the Himalayas

Mcleodganj

स्वागत है आपका हमारे Bharat Darshan के एक और travel budget guide लेख में । इस बार हम आपको धर्मशाला के एक ऐसे शहर McLeod Ganj के बारे में बतायेंगे, जो प्राकृतिक सौन्दर्य और धार्मिक महत्व से भरा हुआ है। धर्मशाला से मैक्लोडगंज लगभग 9 किलोमीटर है। सूरज की किरणों के साथ सर्दी की ठंडक, हिमाचल की ऊँचाइयों में बसा एक स्वर्ग है।

यह शहर प्रकृति प्रेमियों और ट्रैकिंग का शौक रखने वालों के लिए विशेष महत्व रखता है। McLeod Ganj प्राकृतिक सौन्दर्य और धार्मिक महत्व से भरा हुआ एक स्थल है, जो हिमाचल प्रदेश के पर्वत श्रेणियों में स्थित है। यह शहर धर्मशाला का एक प्राचीन हिस्सा है। यहाँ पर दलाई लामा का आश्रय स्थल भी है, जिसकी वजह से यह स्थल तिब्बति धर्म और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है।

McLeod Ganj की विशेषता यह है कि यहाँ आपको प्राकृतिक सौन्दर्य, अदभुत हिमादरी दृश्य और धार्मिक अनुष्ठानो का अनुभव होता है। यहाँ के मंदिर, गोमपस तथा तिब्बति बजर यात्रा करने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

McLeod Ganj एक शांति और सकून भरा स्थल है जो प्रकृति प्रेमी, अध्यात्मिक यात्रा और शांति चाहने वालों के लिए अनुकूल है। अगर आप भी McLeod Ganj घूमने के इच्छुक हैं तो हमारे इस लेख को अंत तक जरुर पढ़िए। इसमें हम आपको बताएँगे कि आप मैक्लोडगंज कैसे जा सकते हैं, मैक्लोडगंज में आप कहाँ रह सकते हैं? मैक्लोडगंज में कौन कौन सी जगह घूमने लायक है?

McLeod Ganj कैसे पहुंचें ?

travel

McLeod Ganj पहुँचने के कई तरीके हैं जैसे कि वायुमार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग । आप इनमें से कोई भी मार्ग चुन सकते हो जो आपको उचित लगे और आपके बजट के हिसाब से भी सही हो । नीचे हम आपको सभी मार्ग के बारे में जानकारी दे रहे हैं।

वायुमार्ग :

अगर आपका बजट थोडा ठीक है तो आप हवाई यात्रा कर सकते हैं। McLeod Ganj के सबसे नजदीक का हवाई अड्डा Gaggal Airport है, जो धर्मशाला से लगभग 13 किलोमीटर और McLeod Ganj से लगभग 21 किलोमीटर दूर है। Gaggal Airport से आप McLeod Ganj के लिए कोई टैक्सी या फिर बस ले सकते हैं।

सड़क मार्ग :

McLeod Ganj जाने के लिए आप बस द्वारा भी यात्रा कर सकते हैं। धर्मशाला का बस अड्डा विभिन्न शहरों को आपस में जोड़ता है। धर्मशाला के लिए कई शहरों से सीधी बस सेवा उपलब्ध है, जैसे पठानकोट, चंडीगढ़ और दिल्ली जैसे बड़े शहरों से सीधी बस सेवा है। आप धर्मशाला बस से पहुँच सकते हैं । फिर धर्मशाला से McLeod Ganj के लिए कोई लोकल बस या फिर टैक्सी ले सकते हैं।

रेलमार्ग :

यदि आप अपने शहर से रेलगाड़ी के द्वारा सफ़र करना चाहते हैं तो आपको अपने शहर से पठानकोट रेलवे स्टेशन तक की टिकट लेनी पड़ेगी। क्योंकि McLeod Ganj का सबसे बड़ा और नजदीकी रेलवे स्टेशन पठानकोट रेलवे स्टेशन है, जो अन्य सभी बड़े शहरों के स्टेशनों से जुड़ा है।

वहां से धर्मशाला लगभग 95 किलोमीटर दूर है। पठानकोट के आगे आप धर्मशाला के लिए बस ले सकते हैं और धर्मशाला से मैक्लोडगंज के लिए टैक्सी या लोकल बस मिल जाती है। यदि आप सफ़र का आनंद लेना चाहते हैं तो पठानकोट से काँगड़ा वैली तक का सफ़र आप टॉय ट्रेन में भी कर सकते हैं। काँगड़ा वैली से आगे का सफ़र आपको बस या फिर टैक्सी से करना पड़ेगा।

McLeod Ganj में कहाँ रुकें (Accommodation)?

accommodation

McLeod Ganj पहुँच कर सबसे पहले आपको रहने के लिए कोई होटल या फिर कोई रिसोर्ट बुक करना चाहिए। वैसे तो McLeod Ganj में रहने के लिए कई होटल और रिसॉर्ट्स हैं यहाँ आप अपने बजट के हिसाब से उनमे रुक सकते है। हमने नीचे कुछ होटल और रिसॉर्ट्स के नाम बताएं हैं। आप उनमें भी रुक सकते हैं। ये आपको आराम के साथ साथ शांत वातावरण का भी अनुभव करवाते हैं।

Bhagsu Resort :

यह रिसोर्ट भाग्सू McLeod Ganj में स्थित है। यह एक शांत और प्राकृतिक स्थल है जो पर्यटकों को शांत माहौल का अनुभव करवाता है।

Dhauladhar Heights Resort :

यह Dharamkot Road, McLeod Ganj में स्थित है। यह धौलाधार पर्वतों के सुंदर दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। इसमें सुखद और आरामदायक कमरे हैं, जिनमें सभी आधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। इसमें एक रेस्टोरेंट है जो स्वादिष्ट खाना प्रदान करता है और स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय विभिन्न विकल्पों को पेश करता है।

“Dhauladhar Heights Resort” एक प्रमुख रिसॉर्ट है, जो यात्रीयों को शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का अनुभव प्रदान करता है। यह एक सुंदर और शांतिपूर्ण स्थान है। रिसॉर्ट के आस-पास के क्षेत्र में ट्रैकिंग और हाइकिंग के लिए अच्छे स्थान हैं।

Greenwoods Inn

यह होटल भागसूनाग waterfall से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ आपको साफ़ सुथरे कमरे मिल जायेंगे। इस के आस पास आपको हरियाली देखने को मिल जाएगी। इसका शांत वातावरण लोगों को काफी लुभाता है।

अपने बजट के हिसाब से आप कोई भी होटल बुक कर सकते हैं। होटल या रिसोर्ट बुक करने से पहले उसके reviews जरुर चेक कर लें।

 

Day 1 Dalai Lama Temple :

Dalai Lama Temple

आप अपनी यात्रा का पहला दिन दलाई लामा मंदिर से शुरू कर सकते हैं। यह मंदिर McLeod Ganj में स्थित है। जिसे तिब्बती मॉनास्ट्री या “दलाई लामा मंदिर” भी कहा जाता है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है और यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है।

इतिहास : दलाई लामा मंदिर, जिसे तिब्बती मॉनास्ट्री भी कहा जाता है। 1959 में तिब्बत से भागने वाले दलाई लामा के आगमन के बाद स्थापित किया गया था। यह एक महत्वपूर्ण तिब्बती बौद्ध स्थल है और एक धार्मिक आधार के रूप में पहचाना जाता है।

मौनाल्य (ध्यान हाल) : मंदिर के भीतर एक मौन्यालय है जो शांति और ध्यान की जगह है। यहां बैठकर आप ध्यान और मनन कर सकते हैं।

धार्मिक आयोजन : मंदिर में नियमित धार्मिक कार्यक्रम और पूजा होती है, जो आगामन के बाद दलाई लामा के पुज्य भक्तों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

तिब्बति बाज़ार : मंदिर के आस-पास तिब्बती स्टॉल्न हैं यानि बाज़ार हैं। जहां आप तिब्बती कला, शिल्पकला, और भंगिमा को खरीद सकते हैं।

दलाई लामा मंदिर एक धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल है और इसमें प्रवेश भी निशुल्क है जहाँ आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।

दोपहर को आप तिब्बति भोजन का आनंद ले सकते हैं। भोजन के उपरान्त आप थोड़ी देर आराम कर सकते हैं।

शाम को आप तिब्बति बाज़ार में जा सकते हैं यहां के विशाल बाजार में आपको तिब्बती आर्ट और हस्तशिल्प मिलेगा, जिनसे आप यहां के स्थानीय कला और सांस्कृतिक से जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं।

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Day 2 Triund

Triund (2)

दूसरे दिन की यात्रा हम त्रिउंड के लिए करेंगे। त्रिउंड घूमने के लिए आपको एक दिन पूरा लग जायेगा। त्रिउंड मैक्लोडगंज का ही एक हिस्सा है। यह मैक्लोडगंज के पास कुल्हु घाटी के उपर स्थित है।

मार्ग : त्रिउंड जाने के लिए आपको मैक्लोडगंज से त्रिउंड तक ट्रैकिंग करनी होगी ट्रैकिंग में आप बहुत ही सुंदर प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं

त्रिउंड का टॉप : त्रिउण्ड के टॉप से आपको मैक्लोडगंज और हिमाचल के बेहद सुंदर और आलोकिक दृश्यों का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।

कैम्पिंग : त्रिउण्ड पर रात बिताने के लिए कैम्पिंग सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे आप प्राकृतिक वातावरण में रात का आनंद ले सकते हैं।

camping

धार्मिक स्थल : ट्रेकिंग के दौरान आप गलु देवी टेम्पल भी देख सकते हैं। इसलिए त्रिउंड एक पर्यटन स्थान होने के साथ साथ एक धार्मिक स्थल भी बन जाता है।

पैराग्लाइडिंग : त्रिउंड में पैराग्लाइडिंग भी होती है। इसलिए आप वहां पैराग्लाइडिंग भी कर सकते हैं।

paragliding

Day 3 Bhagsu Nag Temple and Bhagsu Nag Waterfall

आप अपनी यात्रा के तीसरे दिन का रुख हम भाग्सू नाग मंदिर की ओर करेंगे। भाग्सू नाग मंदिर एक प्रमुख हिन्दू धार्मिक स्थल है जो भाग्सू गाँव के पास स्थित है। यह मंदिर श्री भाग्सू नाग नामक नाग देवता को समर्पित है और यहां स्थित भाग्सू नाग कुंड एक महत्वपूर्ण स्थल है।

Bhagsu Nag Temple

इतिहास : मंदिर का निर्माण हिमाचल की स्थानीय धारोहर के अनुसार हुआ है और इसका इतिहास विशेष रूप से नाग देवता के साथ जुड़ा है।

भाग्सू नाग कुंड : मंदिर के पास स्थित भग्सुनाग कुंड, एक प्राकृतिक सरोवर है जो स्थानीय लोगों के लिए धार्मिक महत्व रखता है।

मंदिर की स्थापना : मंदिर की स्थापना बहुत ही प्राचीन काल में हुई थी और यहाँ हर वर्ष आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढती जा रही है

पूजा : यहाँ नियमित रूप से पूजा और आरती होती है यहाँ के स्थानीय लोगों और यात्रियों को एक धार्मिक अनुभव का बोध करवाती है

महोत्सव : भाग्सूनाग मंदिर में नृत्य और संगीत के साथ विभिन्न पर्वों और त्योहारों के दौरान विभिन्न महोत्सव आयोजित किए जाते हैं।

भाग्सूनाग मंदिर एक धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है जो भारतीय समृद्धि और धार्मिकता की भावना को प्रस्तुत करता है।

दोपहर को आप भाग्सुनाग waterfall देखने जा सकते हैं। भाग्सुनाग झरना एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, जो मैक्लोडगंज क्षेत्र में स्थित है और भाग्सू गाँव के पास है। यह झरना प्राकृतिक सौंदर्य, शांति, और प्रकृति से घिरा हुआ है और पर्यटकों को एक शांतिपूर्ण अनुभव प्रदान करता है।

bhagsunag waterfall

पहुँचने का मार्ग : मैक्लोडगंज भाग्सू गाँव तक पहुँचने के बाद आपको एक ट्रैक या फिर सड़क का अनुसरण करके झरने तक पहुंचना होगा। झरने तक की यात्रा ट्रैकिंग के आधार पर कर सकते हैं, जो एक अच्छा पैदल यात्रा का अनुभव प्रदान करता है।

विश्राम स्थल : झरने के आसपास विश्रामदायक स्थल हैं, जहां पर्यटक बैठकर झरने का आनंद ले सकते हैं। झरना एक पहाड़ी से गिरता है, यहां का पानी ठंडा और ताजगी से भरा हुआ होता है।

धार्मिक स्थल : झरने के पास ही एक धार्मिक स्थान है जहां पूजा की जाती है। लोग यहां आकर मन की शांति और आत्मा की शुद्धि प्राप्त करते हैं।

भाग्सुनाग झरना एक सुंदर जगह है जहां आप शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आ सकते हैं।

शाम को आप स्थानीय खाना यानि हिमाचली भोज का आनंद ले सकते हैं। यह अपने आप में एक अलग तरह का अनुभव होगा।

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Day 4 Stupa, Muchala Baba Temple and Kajiranga

सुबह : Stupa

Stupa

मैक्लोडगंज के मुख्य बाजार में स्थित स्तूप (Stupa) एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थल है जो तिब्बती बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण सिंबोल में से एक है। यह स्तूप भगवान बुद्ध की शिक्षाओं को स्मरण करने के लिए बनाया गया है और यहां आने वाले लोग ध्यान और शांति का अनुभव करते हैं।

धरोहर और स्थापत्य : यह स्तूप तिब्बती स्थापत्य और सांस्कृतिक शैली में बना हुआ है और इसमें बुद्ध की शिक्षाओं को याद करने के लिए विभिन्न चित्रण और शैली से नक्काशी की गई है।

ध्यान और शांति : यहां आने वाले लोग ध्यान और शांति का अभ्यास करते हैं और स्तूप के चारों ओर घूमकर शांति का आनंद लेते हैं। स्तूप के चारों ओर चक्रवाल यात्रा करने से आप एक शांतिपूर्ण और ध्यानयोग्य जीवनशैली का अनुभव कर सकते हैं।

बुद्धिस्ट संग्रहालय : स्तूप के पास एक संग्रहालय है जो बुद्धिस्ट सांस्कृतिक और धार्मिक वस्तुओं का संग्रह करता है।

पूजा और आरती : यहां नियमित रूप से पूजा और आरती होती है जो स्थानीय लोगों और यात्रीगण को एक धार्मिक अनुभव प्रदान करती हैं।

दोपहर : Muchhala Baba Temple

Muchhala Baba Temple

मुछाला बाबा मंदिर, एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो मैक्लोडगंज के पास स्थित है। यहां एक छोटे से मंदिर के रूप में मुछाला बाबा की मूर्ति स्थित है और यह स्थान पर्यटकों के बीच मशहूर है जो शांति, ध्यान और आत्मा समर्पण की भावना से भरा हुआ है।

इतिहास : मंदिर का निर्माण हिमाचल प्रदेश के स्थानीय धारोहर और संस्कृति के अनुसार किया गया है। मुछाला बाबा को यहां आत्मा के साथ आत्म समर्पित होने का एक उदाहरण माना जाता है।

पहुँचने का मार्ग : मुछाला बाबा मंदिर तक पहुंचने के लिए एक छोटे से ट्रैक का अनुसरण करना होगा।

ध्यान और आत्मा समर्पण : मुछाला बाबा मंदिर एक शांतिपूर्ण और साकारात्मक स्थल है जो आत्मा को स्पष्टता और ताजगी के साथ भर देता है। यहां आने वाले लोग ध्यान और आत्मा समर्पण के लिए यहां आते हैं

पूजा और महोत्सव : यहां नियमित रूप से पूजा और विभिन्न धार्मिक महोत्सवों का आयोजन किया जाता है जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को एक सांस्कृतिक अनुभव प्रदान होता हैं।

शाम : Kajiranga

Kajiranga

काजीरंगा खूबसूरत बागवानों में से एक है जो फूलों की सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। शाम का समय आप यहाँ बिता सकते हैं शहर के ब्यस्त जीवन से दूर आप यहाँ प्रकृति के शांत वातावरण का आनंद ले सकते हैं

Day 5 Farewell and Return Home

मैक्लोडगंज की यात्रा का हमारा अंतिम दिन आप अपने होटल रूम से अपने सामान की पैकिंग कर सकते हैं। मैक्लोडगंज के प्राकृतिक सौन्दर्य की अविस्मरणीय यादों के साथ आप मैक्लोडगंज को अलविदा कहें और अपने घर वापसी के लिए बस लें।

 

बजट यात्रा के लिए कुछ खास टिप्स

सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें : अपनी यात्रा का बजट बनाये रखने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें।

स्थानीय खाना : स्थानीय भोजन का आनंद लें, जो बजट में भी आता है।

आत्मनिर्भर होटल या गेस्टहाउस : आत्मनिर्भर होटलों में ठहरें, जो बजट में आते हैं और स्थानीय माहौल में आरामदायक होते हैं।

इस प्रकार, मैक्लोडगंज की इस बजट यात्रा के साथ, आप न केवल इस सुंदर स्थल का आनंद लें सकेंगे, बल्कि अपने बजट के अंदर एक यादगार यात्रा भी कर पाएंगे ।

 

McLeod Ganj यात्रा के लिए जरुरी सामान

essential things

मैक्लोडगंज घुमने जाने के लिए आपको अपने साथ कुछ जरुरी सामान ले जाना चाहिए जो कि आपकी यात्रा में आपको बहुत काम आयेगा।

Clothes : मैक्लोडगंज एक पहाड़ी क्षेत्र है और पहाड़ी इलाकों में ठण्ड बहुत होती है। इसलिए ठण्ड से बचने के लिए आपको अपने साथ कुछ गर्म कपड़े साथ ले जाने चाहिए जैसे कि गर्म स्वेटर,जैकेट,गर्म जुरावें,दस्ताने आदि।

Waterproof jacket and Raincoat : मैक्लोडगंज पहाड़ी क्षेत्र है और पहाड़ों में मौसम कभी भी करवट बदल लेता है। वहां बारिश का होना एक आम बात है। इसलिए आपको अपने साथ waterproof jacket या फिर रेनकोट साथ ले जाना चाहिए।

Comfortable Shoes : यात्रा के लिए आपको हमेशा अपने साथ आरामदायक जूते साथ ले जाने चाहिए। खासकर तब जब आप ट्रैकिंग जैसी जगह पर जा रहे हों।

Sunscreen and Sunglasses : पहाड़ी इलाकों में जब मौसम साफ़ हो तो वहां धूप भी काफी होती है। इसलिए Sunscreen and Sunglasses अपने साथ जरुर ले लें।

Camera : मैक्लोडगंज के खुबसूरत दृश्यों को और अपने उन हसीन पलों को जो आप वहां बिताने जा रहे हैं, उन्हें अपने कैमरे में कैद करने के लिए आपको कैमरे कि जरुरत पड़ेगी। इसलिए कैमरा ले जाना न भूले।

Power Bank : अपने फोन को चार्ज करने के लिए आप अपने साथ एक पॉवर बैंक भी साथ ले जा सकते हैं, जिससे यदि किसी कारण से अगर आप अपने फ़ोन को होटल में चार्ज न कर पाए, तो होटल के बाहर घूमते हुए भी पॉवर बैंक से फोन को चार्ज कर सकें।

Medicines and First Aid Kit : यात्रा के दौरान आपको अपने स्वस्थ्य का भी ध्यान रखना जरूरी है। घूमने का आनंद आप तभी ले सकते हैं, जब आप पूरी तरह से स्वस्थ होंगे। घूमने जाने के लिए आप अपने साथ first aid kit और अपनी जरूरी दवाइयां ले जाना न भूलें।

ATM/Debit Card : अपनी यात्रा के लिए आपको वहां ATM/Debit Card या Credit Card की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए अपने साथ ATM/Debit या Credit Card जरुर रखें।

ID Proof : अगर आप किसी दूसरी जगह घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको अपने साथ अपना कोई ID Proof जरुर रखना चाहिए। क्योंकि होटल की बुकिंग के लिए और कुछ जगहों पर एंट्री के लिए भी ID Proof की जरुरत पड़ सकती है।

Currency : यात्रा के लिए आपको अपने साथ कुछ रूपये भी अपने साथ रखना जरूरी है। क्योंकि कुछ ऐसी जगह भी होती हैं यहाँ आस पास ATM नही मिलते। तब ये रूपये आपके काम आ सकते हैं ।

मैक्लोडगंज की अधिक जानकारी के लिए आप हिमाचल प्रदेश टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। मैक्लोडगंज का ये सफ़र हमारे साथ आपको कैसा लगा हमें कमेंट कर के जरुर बताएं ।

धन्यवाद ।

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